दिल्ली: डॉक्टर पर आरोप, ‘गार्ड को बुलाओ औऱ इन्हें बाहर भगाओ’

नई दिल्ली। कहते हैं, ‘डॉक्टर भगवान के रूप होते है।’ शायद यह कहावत गलत नही है। लेकिन आज दिल्ली के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में जो घटना सामने आई, वह इस संभावना को बल देता कि डॉक्टरों में भी कुछ अपवाद हैं, जो मानवीय मूल्य व भावना को नही समझते।

हुआ यह कि दिल्ली के मंगोलपुरी स्थित इस अस्पताल में इलाज के दौरान एक आठ माह की बच्ची की मौत हो गयी। पीड़ा की इस घड़ी में परिजनों के जख्मो पर महलम की जरूरत होती। लेकिन यहां हुआ उल्टा। मृत बच्ची की माँ की माने, तो उसने बिटिया की मौत के बाद डॉक्टर से पर्ची मांगी, तो एक डॉक्टर ने चीख कर कहा, ”गार्ड को बुलाओ और इन्हें बाहर भगाओ।”

खबर के अनुसार संजय गाँधी मेमोरियल अस्पताल में इलाज के दौरान एक आठ माह की मासूम बच्ची की मौत हो गई। पीड़ित परिजन यह मौत हजम नही कर पाए। उन्हें लगा की यह मौत अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरो की लापरवाही का नतीजा है। फिर उन्होंने इस बाबत कर दी पुलिस में शिकायत। पुलिस जांच जारी है। वहीं बच्ची की मौत पर माँ के आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे हैं।

दरअसल मंगोलपुरी में रहने वाले नीरज और उसकी पत्नी सपना ने अपनी आठ माह की मासूम बेटी की मौत का जिम्मेदार संजय गाँधी मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टरो को बताया है।इनका आरोप है की आज सुबह बच्ची को मामूली बुखार हुआ था। इसके बाद वह चिकित्सा के लिये बच्ची को संजय गाँधी मेमोरियल अस्पताल के आपत्कालीन विभाग में लेकर आये, जहां बच्ची को देखने के बाद डॉक्टरो ने कुछ टेस्ट कराने के लिए लिख दिया। साथ ही बुखार कम करने के लिए एक इंजेक्शन दिया। लेकिन इंजेक्शन देने के कुछ देर बाद ही बच्ची की हालत खराब होने लगी। इसके बाद परिजनों ने वापस पुनःडॉक्टरो को दिखाया, तो जवाब मिला कि बच्ची की मौत हो चुकी है।

बच्ची की माँ सपना का कहना है कि जब हमने पर्चा माँगा, तो डॉक्टर धमकी भरे स्वर में कहा, ”’गार्ड बुलाओ और इन्हें बहार भगाओ।”

बच्ची की मौत से हताश परिजनों ने जब हॉस्पिटल प्रबंधन से मामले की शिकायत की, तो उन्हें सिवाय निराशा के कुछ हाथ नहीं लगा।

सपना के अनुसार इलाज और इंजेक्शन का पर्चा मांगने पर डॉक्टरो ने गार्ड को बुलाकर उनके (पीड़ित परिवार) के साथ बदसलूकी की। इसके बाद विवश होकर पीड़ित परिवार ने पुलिस कंट्रोल रूम को मामले की शिकायत दी।

बहरहाल मंगोलपुरी थाने की पुलिस ने पीड़ित परिवार का ब्यान दर्ज कर शिकायत ले ली है और उचित कार्यवाही का भरोसा दिया है।

बता दें की लापरवाही से हुई मौत के आरोप पहले भी संजय गाँधी मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टरो पर लग चुके हैं। फिलहाल मंगोलपुरी थाने की पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की वजह और आरोप की सच्चाई सामने आ पायेगी

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*