नई दिल्ली। रेलवे और सेना में भर्ती का झांसा दे ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड पंकज कुमार सिंह, पुत्र स्वर्गीय ललन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की आर के पुरम स्थित STARS – 1 की टीम को।
मूल रूप से गांव गोपालपुर, थाना मरहौरा, जिला सारण, बिहार के रहने वाले इस गुरुघंटाल के पांच साथी पहले गिरफ्तार हो चुके हैं। लेकिन यह अबतक फरार था।
अपने गोरखधंधे से दर्जनों बेरोजगार युवकों की भावनाओं से खिलवाड़ करने वाला पंकज कुमार सिंह जरायम की दुनिया मे अपने लिये बिजय कुमार सिंह और बी के सिंह नाम का इस्तेमाल करता था। इस वजह से इसके शिकार इसके असली नाम से अपरिचित थे। हांलाकि यह मात्र 12 वीं कक्षा तक पढ़ाई कर रखा है। लेकिन शातिर इतना कि इसने बेहद ही सुनियोजित तरीके से अपने गिरोह का नेटवर्क पूरे देश मे खड़ा कर रखा था। पिछले कई माह से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम इसके पीछे लगी हुई थी। आखिरकर इसे गिरफ्तार करने में पुलिस टीम को सफलता मिली। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।
क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त जी राम गोपाल नाइक ने बताया कि यह गिरोह रेलवे और सेना में भर्ती के नाम पर ठगी के धंधे में संलिप्त था। गिरोह के सदस्य नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से तीन से छह लाख रुपये लेते थे। साथ ही बेरोजगार युवकों को भरोसे में लेने के लिये उनका फर्जी साक्षात्कार और मेडिकल करवाने के अलावा उन्हें फर्जी नियुक्ति-पत्र भी देते थे। जब शिकार से इन्हें रुपये मिल जाते, तो यह शिकार को दिये गए अपने सारे संपर्क खत्म कर देते थे। इसके बाद शिकार को अपनी ठगी का अहसास होता था।
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (STARS – 1) के सब इंस्पेक्टर नागेंद्र सिंह व सब इंस्पेक्टर चंदन कुमार के संयुक्त नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस ने पंकज कुमार सिंह को दिल्ली के धौलाकुआं इलाके से उस समय गिरफ्तार किया, जब यह किसी जानकार के घर जा रहा था। इस पुलिस टीम में ASI रमेश चंद्र, ASI प्रियव्रत, ASI हाशिम खान, हेड कांस्टेबल संदीप, कांस्टेबल मनोज व कांस्टेबल पुष्पेंद्र शामिल थे।
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