नई दिल्ली । नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) (एनयूजे-आई) ने देश में पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने, मीडिया काउंसिल और मीडिया आयोग बनाने की मांग को लेकर आंदोलन तेज करने की घोषणा की है। एनयूजे के रांची में आयोजित 19वें द्विवार्षिक अधिवेशन में देश के विभिन्न प्रांतों से आए 800 से ज्यादा पत्रकारों की मौजूदगी में यह संकल्प किया गया।
अधिवेशन में आनंद बाजार पत्रिका के विशेष संवाददाता और प्रेस काउंसिल आफ इंडिया के पूर्व सदस्य प्रज्ञानंद चौधरी एनयूजे (आई) के अध्यक्ष तथा झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार शिव कुमार अग्रवाल निर्विरोध महासचिव निर्वाचित हुए। निर्वाचन अधिकारी दधिबल यादव ने अधिवेशन के पहले दिन सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों तथा कार्यकारिणी सदस्यों की घोषणा की।
दिल्ली की वरिष्ठ पत्रकार सीमा किरण को कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया। उपाध्यक्ष पद के लिए विवेक जैन (उप्र), संदीप मलिक (हरियाणा), शिवा कुमार (महाराष्ट्र), पुन्नम राजू (आंध्र प्रदेश) और भूपेन गोस्वामी (गुवाहाटी) निर्वाचित हुए। सचिव पद के लिए राकेश थपलियाल (सम्पादक, खेल टुडे, दिल्ली), सैयद जुनैद (इनसाइड कश्मीर, श्रीनगर), शालिनी टीएस (पीएनआई न्यूज, तिरुवनंतपुरम्), खिलावन चंद्राकर (सम्पादक, देशबंधु, भोपाल), राकेश प्रवीर (पटना) और केरल के वरिष्ठ पत्रकार सुरेश उन्नीथन संगठन सचिव चुने गए।
कार्यकारिणी के लिए अजय कुमार, शिव मनोहर पांडेय, मोहम्मद इरफान, संतोष भगवन, पवन सक्सेना, दीपक सिंह (उ.प्र.), अक्षय साहू, मनोरंजन जोशी, नारायण चंद्र बारिक (ओडिशा), चौधरी राजा रमेश, विजय भास्कर रेड्डी, दुधाला अर्जुन (आंध्र प्रदेश), योगेश यादव (छत्तीसगढ़), विक्रम पिस्के (महाराष्ट्र), सुभाष दास (त्रिपुरा), देवेंद्र कुमार, दद्दन पांडेय और आरके विभाकर (बिहार), डालिम फुकन (असम), धीरेंद्र चौबे, मनोज मिश्रा (झारखंड), दीपक राय, प्रबीर चक्रवर्ती (प. बंगाल), डा. हंसा वैष्णव, सुदर्शन सोनी (म.प्र.) चुने गए।
अधिवेशन में झारखंड सरकार के वरिष्ठ मंत्री एवं मुख्य अतिथि सरयू राय ने एनयूजेआई की पत्रकार सुरक्षा कानून तथा अन्य मांगों को सरकार के स्तर पर पूरा करवाने का आश्वासन दिया। प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने मीडिया की भूमिका को रेखांकित करते हुए उससे अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ईमानदारी से करने का आह्वान किया। अधिवेशन में एनयूजेआई के निवर्तमान अध्यक्ष रासबिहारी और निवर्तमान महासचिव रतन दीक्षित ने कहा कि पत्रकारों का उत्पीड़न रोकने के लिए देशव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा।
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