मोतिहारी(विहार)। जिले की पुलिस ने नेपाल के एक बड़े उद्योगपति ‘सुरेश केडिया अपहरणकांड’ में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में बिहार पुलिस के एक थानेदार का पुत्र भी शामिल है।
आरक्षी उपाधीक्षक, चकिया शैलेंद्र कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों को चकिया से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से एक तमंचा और तीन कारगर कारतूस बरामद हुए हैं। तमंचा 9 एमएम का बताया जाता है।
उल्लेखनीय है कि 26 मई, 2016 को नेपाल से सुरेश केडिया का अपहरण कर लिया गया था। बता दें कि सुरेश केडिया का नाम नेपाल के बड़े उद्योगपतियों में शुमार है। खबर के अनुसार अपहरण के बाद केडिया को छौड़ादानो के रास्ते पूर्वी चंपारण(इंडिया) की सीमा में लाया गया था। 29 मई 2016 को केडिया कोटवा थानाक्षेत्र में मुक्त करा लिए गए थे।
पकड़े गए दोनो आरोपियों की पहचान मुजफ्फरपुर जिला के अहियापुर थानाक्षेत्र के गांधीनगर रोड निवासी अश्विनी कुमार उर्फ अश्विनी दुबे उर्फ गोलू दुबे और साहेबगंज थानाक्षेत्र के राजेपुर निवासी अभिषेक कुमार उर्फ गोलू दुबे के रूप में हुई है। इनमे आरोपी अश्विनी के पिता विहार पुलिस में दारोगा के पद पर कार्यरत बताये जाते हैं।
उत्तर विहार के कुख्यात अपराधी बबलू दुबे गिरोह से जुड़े दोनों आरोपियों से पूछताछ में इसके अलावा अन्य कई वारदातों का खुलासा हुआ है। यह दोनों बदमाश मुजफ्फरपुर के एलआइसी लेन निवासी रेलवे के गार्ड आनंद मोहन के अपहरण में भी शामिल थे। यह घटना 2014 में रक्सौल में हुई थी। अपहरण के 15 दिनों बाद आनंद को नेपाल से मुक्त करा लिया गया था।
इसके अलावा दोनों मुजफ्फरपुर से हुए एक रेलवे गार्ड के अपहरण में भी शामिल थे।
बहरहाल पुलिस जांच जारी है।
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