कानपुर(यूपी): आईपीएस सुरेंद्र के ज़हर खाने के पीछे पारिवारिक कलह तो नहीं!

नई दिल्ली। कानपुर में एसपी पूर्वी के पद पर तैनात तेज-तर्रार आईपीएस अधिकारी सुरेंद्र कुमार दास ने बुधवार सुबह कानपुर में कैंट स्थित अपने सरकारी आवास में जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर परिजन और पुलिसकर्मी उन्हें अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने उनकी हालत नाजुक बताई है।
देर रात तक अस्पताल में प्रदेश भर के आईपीएस अफसर सुरेंद्र कुमार का हालचाल जानते रहे।
एसपी पश्चिम संजीव सुमन का कहना है कि सुरेंद्र कुमार ने पारिवारिक कलह के चलते यह कदम उठाया है। कलह किस बात की और किसे लेकर थी, इसकी छानबीन की जा रही है।
बता दें कि मूलरूप से बलिया के भरौली निवासी 31 वर्षीय सुरेंद्र कुमार दास 2014 बैच के आईपीएस हैं। 3 अगस्त को सुरेंद्र कुमार एसपी पूर्वी बने।
यहां कैंट स्थित सरकारी आवास में वह पत्नी डॉ. रवीना सिंह के साथ रहते हैं। बुधवार सुबह सुरेंद्र कुमार ने जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर पत्नी डॉ. रवीना और पुलिसकर्मी उन्हें फार्चुन अस्पताल और फिर उर्सला ले गए। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें रीजेंसी अस्पताल रेफर कर दिया। डॉक्टरों ने उन्हें वेंटीलेटर पर रखा है। अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक सुरेंद्र कुमार की हालत बेहद नाजुक है।
उनका इलाज कर रही डॉक्टरों की टीम मुंबई के डॉक्टर प्रणव ओझा से लगातार सलाह ले रही है। अगर जरूरत हुई तो डॉ. प्रणव का चार्टेड प्लेन यहां बुलाया जाएगा या सुरेंद्र कुमार को एयर एम्बुलेंस से मुंबई या कहीं और ले जाया जाएगा। आईपीएस के जहर खाने की सूचना पाकर एडीजी अविनाश चंद्र, डीएम विजय विश्वास पंत, एसएसपी अनंत देव तिवारी, एसपी पश्चिम संजीव कुमार सुमन समेत तमाम पुलिस और प्रशासनिक अफसर अस्पताल पहुंच गए।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मंगलवार रात सुरेंद्र कुमार का पत्नी डॉ. रवीना से किसी बात पर विवाद हो गया। इसकी जानकारी डॉ. रवीना ने मायके वालों को दे दी। इसके बाद डॉ. रवीना के पिता डॉ. राघवेंद्र सिंह और मां एसपी के घर पहुंच गए। कमरे में घंटों दोनों पक्षों में बातचीत चली। इसके बाद डॉ. रवीना के माता-पिता अपने घर लौट गए। इसके बाद सुरेंद्र कुमार ने जहर खा लिया। सुबह सुरेंद्र कुमार की हालत बिगड़ने पर डॉ. रवीना ने फालोअर और छावनी पुलिस को इसकी सूचना दी।
सुरेंद्र की शादी सर्वोदय नगर स्थित ईएसआई निदेशालय में मेडिकल ऑफिसर डॉ. राघवेंद्र सिंह की बेटी डॉ. रवीना से नौ अप्रैल 2017 में हुई थी। डॉ. रवीना का परिवार यहां निदेशालय कैंपस में ही रहता है। डॉ. रवीना ने मेडिकल कालेज कानपुर से एनाटॉमी विभाग से एमएस किया है। जून 2018 में एमएस पूरा करने के बाद डॉ. रवीना जुलाई में अंबेडकरनगर मेडिकल कालेज में डिमास्टेटर बनीं। एक महीने बाद अगस्त में उन्होंने संविदा की नौकरी से इस्तीफा दे दिया। उस वक्त सुरेंद्र कुमार अंबेडकर नगर में बतौर सीओ तैनात थे।
भरौली गांव निवासी स्व. रामचंद्र दास (सेवानिवृत्त कैप्टन) के पुत्र आईपीएस सुरेंद्र कुमार दास के जहर खाने व अस्पताल में भर्ती होने की खबर जब गांव में पहुंची तो गांव के साथ ही आसपास के गांवों के लोग स्तब्ध हो गए। लोग समाचार पाकर उनके घर पर जानकारी के लिए पहुंचने लगे। हालांकि सुरेंद्र का परिवार पिछले 15 सालों से लखनऊ में ही शिफ्ट है। सुरेंद्र के माता व पिता का निधन हो चुका है। घर पर मौजूद सुरेंद्र के चाचा श्याम नारायण ने बताया कि जहर खाने की वजह की पूरी जानकारी तो नहीं है लेकिन हो सकता है कि पत्नी से कोई विवाद हुआ हो।

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