दिल्ली: अवैध आर्म्स के बड़े जखीरे के साथ अन्तर्राज्यीय आर्म्स सप्लायर गिरोह का सरगना दिलशाद एक शागिर्द के साथ गिरफ्तार, दक्षिण पश्चिम जिला ऑपरेशन सेल के ACP अभिनेन्द्र जैन की टीम ने धरा

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने यूपी व दिल्ली एनसीआर में छोटे, बड़े अपराधियों व गैंगस्टर्स को अवैध आर्म्स सप्लाई करने वाले अन्तर्राज्यीय आर्म्स सप्लायर गिरोह के सरगना दिलशाद को उसके एक अन्य प्रमुख सहयोगी कमल के साथ गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से 5 अवैध सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल, एक कंट्री मेड रिवाल्वर व 10 जिंदा कारतूस की बरामदगी के साथ कुछ गैंगस्टर के बारे में भी जानकारी मिली है, जो इस गिरोह से अवैध आर्म्स खरीदते थे। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में दोनो आरोपी

यह कामयाबी मिली है, दक्षिण पश्चिम जिला ऑपरेशन सेल के ACP अभिनेन्द्र जैन के निर्देशन तथा जिला AATS के प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश मलिक के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर गौतम मलिक, महेश कुमार, ASI देवेंद्र, कंवर सिंह, हेड कांस्टेबल हरिओम, जयपाल, कांस्टेबल मुकेश, कप्तान, आकाश, रविदत्त व नरेंद्र शामिल थे। बता दें कि मामले के खुलासे में सब इंस्पेक्टर गौतम मलिक की भूमिका अहम रही।

ACP अभिनेन्द्र जैन

पुलिस टीम ने दोनो आर्म्स सप्लायर को उस समय गिरफ्तार किया, जब यह दोनो अपराधी गुरुग्राम (हरियाणा) के एक गैंगस्टर को अवैध आर्म्स की सप्लाई देने जा रहे थे।
पकड़े गए दोनो अपराधियों में गिरोह के सरगना 30 वर्षीय दिलशाद उर्फ मट्टू, पुत्र जमशेद, निवासी पट्टी धनकोसिया, छपरौली, जिला बागपत (उत्तरप्रदेश) पर पहले से यूपी के छपरौली थाने में एक मामला दर्ज है। जबकि 30 वर्षीय कमल, पुत्र कौशल कुमार, निवासी पट्टी धनकोसिया, जिला बागपत (उत्तरप्रदेश) पर पहले से कितने मामले दर्ज हैं, इस बाबत पुलिस टीम पड़ताल में जुटी है।
दोनो अपराधियों से पूछताछ में पता चला है, कि यह दोनो अपराधी मध्यप्रदेश के बड़वानी इलाके से अवैध आर्म्स 12 हजार रुपये में खरीदते थे। फिर उसे 40 हजार रुपये में बेच देते थे। इनसे यह भी खुलासा हुआ है, कि यह यूपी व दिल्ली एनसीआर में अबतक 50 से ज्यादा अवैध आर्म्स बेच चुके हैं। दिलशाद पिछले 5 वर्षों से इस धंधे में लिप्त था।
बहरहाल पुलिस तफ्तीश जारी है।