दिल्ली: मात्र 48 घंटे के अंदर हुआ सनसनीखेज ‘हिना हत्याकांड’ का खुलासा, किशनगढ़ थाने के SHO इंस्पेक्टर राजेश मौर्य की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने साउथ वेस्ट दिल्ली के किशनगढ़ इलाके में घटित सनसनीखेज ‘हिना हत्याकांड’ का खुलासा मात्र 48 घंटे के अंदर कर, वारदात के मास्टरमाइंड सुमित को वारदात में संलिप्त तीन अन्य सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

मृतका हिना

यह कामयाबी मिली है, सफ़दरजंग इन्क्लेव सब डिवीजन के ACP वी के पी एस यादव के निर्देशन तथा अबतक 70 से ज्यादा सनसनीखेज मामलों का खुलासा कर चुके किशनगढ़ थाने के SHO इंस्पेक्टर राजेश मौर्य के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर कुलदीप तलन, एम एल मीणा, कुलदीप सिंह, हेड कांस्टेबल विकास, मुकेश व कांस्टेबल दिनेश शामिल थे। पुलिस टीम ने इस वारदात का खुलासा किया है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

SHO इंस्पेक्टर राजेश मौर्य(Ps किशनगढ़)

पकड़े गए आरोपियों की पहचान वारदात के मास्टरमाइंड 21 वर्षीय सुमित, पुत्र राम भरोसे, निवासी गांव इस्लामपुर, जिला बदायूं (यूपी), 21 वर्षीय रवि, पुत्र सुनील कुमार, निवासी मकान नंबर 279/L-1st ब्लॉक, संगम विहार (दिल्ली), 20 वर्षीय अरुण, पुत्र महाराज सिंह, निवासी मकान नंबर S-82/56, जगदम्बा कैम्प, मालवीय नगर (दिल्ली) और 20 वर्षीय अमित उर्फ चूहा, पुत्र ददन उर्फ सुनील गुप्ता, निवासी मकान नंबर S-82/149, जगदम्बा कैम्प, मालवीय नगर (दिल्ली) के रूप में हुई है। उपरोक्त आरोपियों से मृतका की मोबाइल फोन के अलावा वारदात में इस्तेमाल चाकू व सुमित की बाइक की भी बरामदगी हुई है।
बता दें कि 32 वर्षीया महिला तरन्नुम उर्फ हिना अपने पति साकिब खान उर्फ राजा के साथ किराए के मकान नंबर 80/9, गांव किशनगढ़ (दिल्ली) में रहती थी। इसका शव रक्तरंजित अवस्था मे 9 फरवरी की तड़के घर से संदेहास्पद अवस्था मे बरामद हुआ था। किसी अज्ञात अपराधी ने हिना की हत्या कर दी थी। उस रात हिना का पति घर से बाहर था।
पुलिस टीम द्वारा जांच के दौरान घटना की हर पहलुओं पर सूक्ष्मता पूर्वक पड़ताल में बाद आखिरकार शक सुमित पर गया, जो मृतका के घर मे साथ रहता था। सुमित ही मृतका को अस्पताल में दाखिल कराया था।
पुलिस टीम ने जब सुमित से पूछताछ की, तो उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। उसने बताया कि वह देर रात घर लौटा, तो मृतका रक्तरंजित अवस्था मे घर मे पड़ी थी। फिर उसने मृतका को अस्पताल में दाखिल कराया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। सुमित के अनुसार घटना कब घटी व वारदात को अंजाम किसने दिया?, इससे वह अनभिज्ञ है। लेकिन पुलिस टीम के लिये सुमित की यह दलील हज़म होना संभव नही था।
इसके बाद पुलिस टीम ने सुमित से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की तो वह जल्द टूट गया। बकौल सुमित, उसने अपने बचपन के साथी रवि, अरुण व अमित के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। सुमित के इस खुलासे के साथ ही पुलिस टीम ने अन्य तीनो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
सुमित ने बताया कि साथ रहने के दौरान मृतका के साथ उसके अंतरंग संबंध बन गए थे। इधर कुछ दिनों से मृतका उसपर लगातार दबाव डाल रही थी, कि वह उससे शादी कर ले। जबकि सुमित मृतका से शादी करने के पक्ष में नही था, क्योंकि उसे शक था कि मृतका के संबंध अन्य लोगों से भी हैं। इधर जब मृतका ने शादी नही करने पर सुमित को धमकाना शुरू किया, तो सुमित ने उससे छुटकारा पाने के लिए, उसकी हत्या का निर्णय ले लिया। इसके बाद सुमित ने अपने तीनो साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया, जब मृतका घर मे अकेली थी।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।