बिहार: क्या रह पाएंगे सहनी व कुशवाहा महागठबंधन में?

पटना(ई.मुकेश/नजीम)। बिहार में महागठबंधन में मांझी के बाद मुकेश सहनी एवं उपेन्द्र कुशवाहा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।
समन्वय समिति की मांग करने वाले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को आख़िरकार अपना रास्ता बदलना पड़ा और वे नीतीश कुमार के साथ हो चले।
कहा जा रहा है, कि महागठबंधन के प्रमुख घटक राजद एवं कांग्रेस लोक सभा चुनाव के अनुभवों को देखते हुए श्री सहनी से भी दूरियां बढ़ाने के मूड में है, क्योंकि इससे गठबंधन को फायदा होने के बजाय नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
सूत्र बताते है, कि श्री सहनी सीट की मांग तो करते हैं, लेकिन अपने प्रत्याशियों का नाम नहीं बताना चाहते हैं। इसका मतलब क्या हो सकता है? श्री कुशवाहा की भी कमोवेश यही समस्या है।
सूत्रों के अनुसार दिलचस्प बात तो यह है, कि ये दोनों ही नेता अपनी अपनी विरादरी के अपने को एकक्षत्र नेता घोषित करते हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि दोनों ही समुदाय के कई दिग्गज अलग अलग दलों में हैं।