समस्तीपुर(बिहार): पहले संतान, फिर पंचायत ने कराई शादी

समस्तीपुर। विभूतिपुर प्रखंड के महथी दक्षिण पंचायत के वार्ड नंबर 11 का यह मामला है , जहां एक युवक तीन बच्चों के साथ अपने प्रेमिका को लेकर घर पहुंचा, यह देखकर उसके घर के लोग तथा पास पड़ोस के लोग उग्र हो गए और युवक को अपने प्रेमिका सहित तीनों बच्चे के साथ घर में घुसने से रोक लगा दिया। उसके बाद युवक अपने प्रेमिका और तीनों बच्चे के साथ कई दिनों तक घर के सामने सड़क किनारे बिताया ।

उसके बाद छोटे भाई के द्वारा पंचायत बैठाई गई , जिसमें पंचों ने निर्णय लिया कि अगर युवक के माता-पिता उसे अपना लेते हैं तो ग्रामीणों को कोई एतराज नहीं होगा। पंचों ने यह निर्णय लिया कि अगर युवक विधिवत रूप से इस महिला से शादी करता है तो उसे समाज में और घर में रहने की इजाजत दे दी जाएगी । वही समाज के कुछ लोग युवक को दंडित भी करना चाह रहे थे , लेकिन उनके मंसूबे पर पूर्ण रुप से पानी फिर गया।

यह तब हुआ जब युवक की मां ने दोनों की शादी गांव के ब्रहम स्थान में खड़ा कर आशीर्वाद देकर अपने घर में प्रवेश करने की इजाजत दे दी थी । लेकिन युवक के भाई और उसके समर्थकों के द्वारा अब भी उस महिला को घर से बाहर निकालने का जवाब दिया जा रहा है ।

बता दें कि गांव के अरुण कुमार पिता जय नारायण महतो और सुलेखा देवी पिता विनोद महतो पहाड़पुर निवासी इन दोनों मे प्रेम प्रसंग पिछले कई वर्षों से चल रहा था । रिश्ते में यह दोनों देवर भाभी लगते हैं, धीरे-धीरे प्रेम बढ़ता गया और देवर भाभी के रिश्ते से पति और पत्नी के रिश्ते में उनका रिश्ता बदल गया , दोनों आपस में बेझिझक मिलते जुलते थे। महिला कि दो बच्चे पहले पति से भी है तथा महिला और युवक ने कहा कि अंतिम (तीसरा बच्चा) उन दोनों से ही हैं।

लड़की के घरवालों ने कहा कि मुझे लड़की से कोई मतलब नहीं है वह जो चाहे जैसे चाहे कर सकती है। वहीं लड़की ने बतायी कि मैं अपने इस पति के साथ खुश हूं और इनके यहां अपने बच्चों के साथ रहना भी चाहती हूं । आखिरकार इन दोनों को, और तीनों बच्चे को अपने माता के साथ अपने घर में रहने का मौका मिला।

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