दिल्ली: कादर खान का बेटा निकला ‘शॉर्प शूटर’, क्राइम ब्रांच(नारकोटिक्स सेल) के ACP जितेंद्र झा के निर्देशन व इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र के नेतृत्व में गठित टीम ने धरा

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने ‘नासिर गिरोह’ के प्रमुख शॉर्प शूटर खूंखार अपराधी इमरान को गिरफ्तार कर लिया है। इसके पास से एक पिस्टल, एक देशी तमंचा सात जिंदा कारतूस व वारदात के दौरान इस्तेमाल एक बुलेट मोटरसाइकिल की बरामदगी हुई है। वहीं इससे पूछताछ में हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण व लूट के सात संगीन मामलों का खुलासा हुआ है। ऐसे में इस खतरनाक अपराधी की गिरफ्तारी निःसंदेह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

ACP जितेंद्र झा

यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच(नारकोटिक्स सेल) के तेज-तर्रार ACP जितेंद्र झा के निर्देशन तथा अनुभवी इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। इस टीम में जांबाज सब इंस्पेक्टर रवि सैनी, हेड कांस्टेबल रमेश व कांस्टेबल सुनील शामिल थे।

इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र


बता दें, दिल्ली के न्यू उस्मानपुर थाना क्षेत्र स्थित गौतम विहार का रहने वाले 35 वर्षीय शातिर अपराधी इमरान, पुत्र कादर खान के खिलाफ अपराध की फेहरिश्त बहुत लंबी है। अबतक की खबर के अनुसार, इसके खिलाफ विभिन्न थानों में 5 संगीन मामले पहले से दर्ज हैं। वहीं यह अचूक निशानेबाज के साथ बेहद खतरनाक अपराधी बताया जाता है।
बता दें, पुलिस टीम द्वारा दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित ISBT इलाके से गिरफ्तार इमरान मात्र पांचवी कक्षा तक पढ़ा है। लेकिन खतरनाक इतना, कि यह हर समय हथियार रखता था।
इमरान ने पूछताछ में खुलासा किया, यह कम उम्र में ही गलत संगत में पड़कर जरायम के पेशे में उतर गया था। इसने सबसे पहले वर्ष 2004 में एक साथी के साथ मिलकर Ps न्यू उस्मानपुर इलाके के ब्रह्मपुरी में चाकू व तमंचे का इस्तेमाल कर एक युवक पर जानलेवा हमला किया, जिसमे यह गिरफ्तार हुआ था। इस मामले में इसपर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ था। वहीं वर्ष 2015 में इसने Ps खजूरी खास स्थित मुस्तफाबाद के नेहरू विहार इलाके में एक महिला की हत्या कर दी थी। इस मामले में यह हरिद्वार से गिरफ्तार हुआ था।
पूछताछ में इमरान ने आगे बताया कि वह ps न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी तिमारपुर व बुराड़ी सहित अन्य इलाकों में छोटी से लेकर बड़ी डकैतियां भी डालता था। इसी दौरान यह ट्रांस यमुना इलाके में सक्रिय ‘नासिर गिरोह’ के संपर्क में आया। फिर यह इस गिरोह के लिये काम करने लग गया था।