दिल्ली: ‘जाफरपुर कलां फायरिंग कांड’ का खुलासा, जाफरपुर कलां थाने के SHO इंस्पेक्टर गिरीश कुमार के नेतृत्व में गठित टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने ‘जाफरपुर कलां फायरिंग कांड’ का खुलासा करते हुए वारदात में शामिल मुख्य आरोपी को उसके दो अन्य नाबालिग साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों से वारदात में इस्तेमाल फेक नंबर प्लेट लगी एक बाइक व एक मोबाइल फोन की बरामदगी हुई है।

बरामद बाइक के साथ पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

यह कामयाबी मिली है, छावला सब डिवीजन के ACP मनोज कुमार मीणा के निर्देशन व जाफरपुर कलां थाने के SHO इंस्पेक्टर गिरीश कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह, PSI राहुल कुमार, हेड कांस्टेबल वीरेन्द्र कुमार व कांस्टेबल संदीप व कांस्टेबल रविंद्र शामिल थे।
पकड़े गए मुख्य आरोपी की पहचान 19 वर्षीय साहिल, पुत्र रोहताश सहरावत, निवासी गांव बक्करवाला, थाना मुंडका (दिल्ली) के रूप में हुई है।

SHO इंस्पेक्टर गिरीश कुमार (Ps जाफरपुर कलां)

बता दें कि 12 मई को जाफरपुर कलां थाना क्षेत्र स्थित समसपुर गांव में एक व्यवसायी के घर पर तीन अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग की। गनीमत यह रही कि उसी दौरान व्यवसायी का पालतू कुत्ता ने बदमाशों पर हमला कर दिया व पास-पड़ोस के लोग भी फायरिंग की आवाज सुनकर वहां आ दौड़े। इस वजह से बदमाश बिना किसी तरह की घटना को अंजाम दिए, घबराकर बाइक से वहां से निकल भागे थे। घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने मौके से एक जिंदा कारतूस व एक इस्तेमाल कारतूस की बरामदगी की थी।
पुलिस द्वारा पूछताछ में कारोबारी ने किसी से दुश्मनी या किसी पर शक की संभावना से इनका किया। लिहाजा बिना सुराग के इस मामले को हल कर पाना पुलिस के लिये एक चुनौतीपूर्ण काम था।
जाफरपुर कलां थाने के SHO इंस्पेक्टर गिरीश कुमार ने मामले को एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया। इसके बाद इंस्पेक्टर गिरीश कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम घटना की हर पहलुओं पर सूक्ष्मता पूर्वक पड़ताल के बाद आरोपियों को धर दबोचने में सफल हुई।
शुरुआती जांच में वारदात का कारण ‘रंगदारी’ प्रतीत हो रहा है। मामले में दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी होनी है। उनकी गिरफ्तारी के बाद वारदात की मुख्य वजह का पता चल पाएगा।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।