दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने परिवार से बिछड़ गई 9 वर्षीया बच्ची को मात्र 2 घंटे के अंदर उसके घर का ट्रेस कर परिजनों को सुपुर्द किया, जनकपुरी मेट्रो स्टेशन थाने के SHO इंस्पेक्टर के के मिश्र की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने लावारिश हालत में बरामद 9 वर्षीया बच्ची गीता को मात्र दो घंटे के अंदर घर का ट्रेस कर, उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद। अब बच्ची के परिजन गुमशुदा बच्चों को उसके परिजनों से मिलने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा चलाये गए अभियान ‘ऑपरेशन मिलाप’ की तहे दिल से सराहना कर रहे हैं।

बच्ची के साथ पुलिस दल

यह सफलता मिली है, जनकपुरी मेट्रो स्टेशन थाने के SHO इंस्पेक्टर के के मिश्र के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में अनुभवी हेड कांस्टेबल राजेन्द्र सहित करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी शामिल थे। लेकिन हेड कांस्टेबल राजेन्द्र की भूमिका अहम रही।

SHO इंस्पेक्टर के के मिश्र

उल्लेखनीय है कि जनकपुरी मेट्रो स्टेशन थाने के अंतर्गत नवादा मेट्रो स्टेशन इलाके में 2 नवंबर को 9 वर्षीया एक बच्ची लावारिश अवस्था मे बेहद सहमी व डरी हुई मिली। विश्वास में लेने पर वह सिर्फ अपना नाम गीता बता पाई, पर उससे उसके परिजनों के बारे में कोई सुराग नही मिल सका। दरअसल बच्ची अपने नाम के सिवाय कुछ भी बता पाने में असमर्थ थी।
इसके बाद पुलिस टीम ने बच्ची को साथ लेकर उसके परिजनों की तलाश में नवादा इलाके में हर संभव कोशिश की। लेकिन परिणाम शून्य रहा। बच्ची के परिजनों का पता नही चल सका।
बता दें, कि परिजनों की तलाश के दौरान पुलिस टीम द्वारा प्यार व दुलार से बच्ची से सुराग तलाशने की कोशिश जारी थी। इसी बीच बच्ची से पूछताछ में उसके भाई की स्कूल ‘गगन भारती स्कूल’ का पता चला। पुलिस टीम के लिए बच्ची के परिजनों तक पहुंचने का यह पहला, पर अहम सुराग था।
फिर पुलिस टीम ने इलाके में ‘गगन भारती स्कूल’ के बारे में पता किया, तो जानकारी मिली कि यह स्कूल मोहन गार्डेन इलाके में पिपली रोड पर है।
उपर्युक्त जानकारी के बाद पुलिस टीम उक्त स्कूल में पहुंची, जहां स्कूल स्टाफ के माध्यम परिजनों का पता लग गया। यह पल पुलिस टीम के लिये बेहद खुशी व शुकुन भरा पल था, उनकी कोशिश रंग लाई थी।
फिर पुलिस टीम ने स्कूल स्टाफ के माध्यम से परिजनों को स्कूल में बुलाकर बच्ची को उनके हवाले कर दिया।