दिल्ली: द्वारका डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी शंकर चौधरी की अगुवाई में डिस्ट्रिक्ट पुलिस की सराहनीय व ऐतिहासिक पहल, चिट्ठियों के जरिये घोली जा रही रिश्तों में मिठास

नई दिल्ली। दिल की पुलिस ‘दिल्ली पुलिस’ की द्वारका जिला पुलिस यूं तो अपनी अनूठी कार्यशैली के लिए हमेशा से जानी जाती रही है, मगर द्वारका जिले की कमान जब से द्वारका डिस्ट्रिक्ट के पुलिस उपायुक्त आईपीएस शंकर चौधरी के हाथों में आई है, जनता और पुलिस के मध्य संबंधों को और पुख्ता बनाने के क्रम में कई सराहनीय पहलों को अमली जामा पहनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। इसी सिलसिले में द्वारका जिले में मीडिया एवं सामुदायिक पुलिसिंग शाखा के एकीकृत रूप को “MEDICOM” शाखा के रूप में क्रियान्वित किया गया है। पुलिस और जनता के मध्य बेहतर तालमेल बनाकर आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के इरादे से काम करने के अतिरिक्त द्वारका जिला पुलिस का यह प्रभाग पुलिसकर्मियों एवं उनके परिवार के कल्याण के लिए नवीन योजनाओं को बनाने तथा उसे अमल में लाने के लिए समर्पित होगा। मीडिया से बेहतर तालमेल के साथ-साथ आपराधिक गतिविधियों का तुलनात्मक अध्यन एवं सामजिक सारोकारों के निहित अलग अलग तरह के कार्यक्रमों एवं अभियानों के तहत बच्चों, बूढों, लड़कियों एवं समाज के विभिन्न वर्गों के उत्थान के लिये लिए काम करने के अतिरिक्त यह प्रभाग बेहद सक्रिय रूप से बेहतर काम करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने की प्रक्रिया को पूर्ण कर रहा है|

डीसीपी IPS शंकर चौधरी (द्वारका डिस्ट्रिक्ट)

जनता और पुलिस के पारस्परिक संबंधों को पुख्ता करने के अतिरिक्त पुलिस प्रहरियों, पुलिस मित्रों, अमन कमेटी, महिला समिति, जिला स्तरीय पुलिस समितियों से समन्वय की जिम्मेदारी भी इस प्रभाग को दी गई है।
इसी क्रम में पुलिस कर्मियों के बच्चे, जो आगामी 10 वीं व 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले हैं, उन्हें प्रोत्साहित करने के उदेश्य से द्वारका जिले के पुलिस उपायुक्त द्वारा एक प्रोत्साहन पत्र भेजा गया था। इस अभियान की अपार सफलता के बाद पुलिस उपायुक्त (द्वारका जिला) का प्रेरक सन्देश 2270 पुलिस कर्मियों को पत्र के माध्यम से प्रेषित किया गया है। इसके अतिरिक्त द्वारका जिले के लगभग 1000 से अधिक आवासीय कल्याण समितियों, व्यापार कल्याण समितियों व औधोगिक कल्याण समितियों के अध्यक्षों को सकारात्मक एवं सक्रिय पुलिसिंग में सहभागिता के लिए आमंत्रित करने के उदेश्य से उनके साथ पत्राचार किया जा रहा है।
निःसंदेह द्वारका डिस्ट्रिक्ट पुलिस की उपरोक्त अनूठी पहल सराहनीय व ऐतिहासिक है।