दिल्ली: द्वारका डिस्ट्रिक्ट AATS इंचार्ज कमलेश कुमार सहित दिल्ली पुलिस के 75 पुलिसकर्मी सम्मानित

नई दिल्ली। माँ भारती के सबसे बड़े पावन पर्व ‘स्वतंत्रता दिवस’ के उपलक्ष्य में वर्षभर आयोजित किये जाने वाले ‘अमृत महोत्सव’ के दौरान दिल की पुलिस ‘दिल्ली पुलिस’ द्वारा राष्ट्र व जनहित में दिए गए कुशल व विशेष योगदान के लिए अधिकारी सहित ‘दिल्ली पुलिस’ के 75 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया।

द्वारका डिस्ट्रिक्ट AATS इंचार्ज कमलेश कुमार सम्मान प्राप्त करते समय

यह सम्मान दिल्ली पुलिस मुख्यालय स्थित ऑडिटोरियम में राजधानी वासियों के लिए गर्व व भरोसे के प्रतीक दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना द्वारा प्रदान किया गया। निःसंदेह यह पहल सराहनीय के साथ पुलिसकर्मियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए एक ऐतिहासिक पहल है, जिसके लिए दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना सराहना के पात्र हैं।

डीसीपी शंकर चौधरी व इंस्पेक्टर कमलेश कुमार

उक्त अवसर पर द्वारका डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी शंकर चौधरी की अगुवाई में द्वारका डिस्ट्रिक्ट के कई वैसे कुशल व जांबाज पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने इलाके में अपराध पर अंकुश के लिए अपना विशेष योगदान दिया।
द्वारका डिस्ट्रिक्ट पुलिस में सम्मानित पुलिसकर्मियों में डिस्ट्रिक्ट AATS के इंचार्ज इंस्पेक्टर कमलेश कुमार व उनकी टीम के थानेदार कृष्ण कुमार, हेड कांस्टेबल सरोज व प्रकाश को दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने ‘जय हिन्द सम्मान’ से नवाजा।

बता दें कि द्वारका डिस्ट्रिक्ट AATS के इंचार्ज इंस्पेक्टर कमलेश कुमार व उनकी टीम द्वारा वर्ष 2021 में अबतक करीब डेढ़ सौ से ज्यादा अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पकड़े गए इन अपराधियों में ड्रग्स सप्लाई, आर्म्स एक्ट, हत्या, गैंगवार, लूट, कार जैकिंग, स्नैचिंग व चोरी जैसे संज्ञेय अपराध में संलिप्त शातिर अपराधी शामिल हैं।
ध्यान रहे कि द्वारका डिस्ट्रिक्ट AATS की टीम ने द्वारका डिस्ट्रिक्ट के अलावा, अन्य डिस्ट्रिक्ट- रोहिणी, नॉर्थ वेस्ट, आउटर, वेस्ट व साउथ वेस्ट के भी कई ऐसे ब्लाइंड मामलों को कुशलता के साथ हल किया, जिसे हल कर पाना पुलिस के लिए एक चुनौतीपूर्ण काम था।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर, 21 में द्वारका डिस्ट्रिक्ट AATS के इंचार्ज इंस्पेक्टर कमलेश कुमार की टीम ने बारी-बारी से तीन इनकाउंटर के बाद कई ऐसे अन्तर्राज्यीय अपराधी सहित खूंखार अपराधियों को पकड़ा, जो लंबे समय से पुलिस की नजरों से बचकर संज्ञेय अपराध में लिप्त थे।