दिल्ली: पशु चोरी में संलिप्त ‘शाहजहां गिरोह’ का मास्टरमाइंड मुठभेड़ के बाद साथी सहित धरा गया, आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के DCP बृजेंद्र यादव के मार्गदर्शन में स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर आशीष दुबे व इंस्पेक्टर सचिन मान की संयुक्त टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने राजधानी में ताबड़तोड़ पशु चोरी की घटना को अंजाम देने वाले ‘शाहजहां गिरोह’ के मास्टरमाइंड को मुठभेड़ के बाद उसके एक अन्य प्रमुख सहयोगी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों से छह पशु, बेहोशी के इंजेक्शन, एक पिस्टल, दो जिंदा कारतूस व दो खाली कारतूस की बरामदगी हुई है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

DCP बृजेंद्र कुमार यादव (कुशल मार्गदर्शन)

यह कामयाबी मिली है, आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी बृजेंद्र कुमार यादव के मार्गदर्शन, डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेल के ACP रिछपाल सिंह के निर्देशन तथा डिस्ट्रिक्ट स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर आशीष दुबे व इंस्पेक्टर सचिन मान के संयुक्त नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को।

इंस्पेक्टर आशीष दुबे (कुशल नेतृत्व)

दोनो आरोपियों को आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट स्पेशल स्टाफ की टीम ने राजधानी के रोहिणी अंतर्गत सेक्टर 35 से मुठभेड़ के बाद धरा है।
पकड़े गए आरोपियों के नाम शाहजहां (निवासी नरेला, दिल्ली) और ललित (निवासी राजीव नगर, बेगमपुर, दिल्ली) मालूम चले हैं।

इंस्पेक्टर सचिन मान (मेहनत रंग लाई)

पूछताछ पर यह जानकारी सामने आई है कि शाहजहां पीछे से बिहार के दरभंगा जिले का रहने वाला है और करीब 20 साल से दिल्ली के नरेला इलाके में रह रहा था। इसने करीब 8 साल पहले डेयरी खोली और इसकी आड़ में गौकशी के गोरखधंधे को अंजाम देने लगा। वहीं, ललित पीछे से यूपी के बागपत का रहने वाला है और इसने भी डेयरी खोली और यह भी शाहजहां के साथ गौकशी में शामिल हो गया।
दोनो आरोपी दिन में आवारा पशुओं को देखते और इंजेक्शन लगाकर उन्हें बेहोश कर देते। रात को मौका देखकर बेहोश पशु को किसी व्हीकल में डालकर सुनसान जगह ले जाकर उन्हें काट देते थे। जब पुलिस को इनके बारे में गुप्त सूचना मिली और पुलिस इनको पकड़ने पहुंची, तो आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिस दौरान शाहजहां के पैर में गोली लगी। उसके बाद दोनो आरोपियों को काबू किया गया।
बता दें कि शाहजहां को वर्ष 2015 में अलीपुर थाने की पुलिस ने गौकशी करने में गिरफ्तार किया था। इसके अलावा यह वर्ष 2016 में कोतवाली थाना की पुलिस द्वारा भी गिरफ्तार किया था, जहां इसकी गौकशी के दौरान पुलिस से मुठभेड़ भी हुई थी।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।