दिल्ली: पिस्टल की नोक पर 100 से ज्यादा डकैती की घटना को अंजाम देने वाला ‘हाइवे डकैत गिरोह’ का मास्टरमाइंड अपने दो गुर्गों के साथ गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (STARS-2) के इंस्पेक्टर दिनेश मोरल की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने मुठभेड़ के बाद हाइवे पर रात्रि के समय तमंचे की नोक पर ताबड़तोड़ सौ से ज्यादा डकैती, लूट व स्नैचिंग की घटना को अंजाम देने वाले ‘हाइवे डकैत गैंग’ के मास्टरमाइंड गुलशन को गिरोह के उसके दो अन्य प्रमुख सहयोगियों ओमबीर व प्रशांत के साथ गिरफ्तार कर लिया है। इनकी गिरफ्तारी से 14 संगीन मामलों के खुलासे के साथ 2 कंट्री मेड पिस्टल, 2 जिंदा कारतूस, एक बटनदार चाकू, लूट की एक अपाचे मोटरसाइकिल, वारदात में इस्तेमाल एक FZ मोटरसाइकिल, लूट की एक मोबाइल फोन, वारदात में इस्तेमाल तीन मोबाइल फोन व 8 वाहनों की नंबर प्लेट की बरामदगी हुई है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (STARS-2) के ACP अरविंद कुमार के निर्देशन तथा तेज-तर्रार इंस्पेक्टर दिनेश मोरल के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में अनुभवी सब इंस्पेक्टर अरुण सिंधु, सब इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह, ASI सुभाष, ASI चंद्रप्रकाश, ASI ओमप्रकाश सिंह, हेड कांस्टेबल दिनेश सिंह, हेड कांस्टेबल प्रमोद, हेड कांस्टेबल रविंद्र सिंह, कांस्टेबल नितेश, कुलदीप व सचिन शामिल थे।

इंस्पेक्टर दिनेश मोरल

पकड़े गए तीनो खतरनाक डकैतों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड 22 वर्षीय गुलशन, पुत्र सुरेंद्र, निवासी मकान नंबर 42, गली नम्बर 1, सर्कुलर रोड, शाहदरा (दिल्ली), 26 वर्षीय ओमबीर, पुत्र तुलाराम, निवासी किराए का मकान नंबर A-1/783, जेजे कॉलोनी, मदनपुर खादर (दिल्ली) और 22 वर्षीय प्रशांत, पुत्र अजीत सिंह, निवासी किराए का मकान नंबर A-1/791, मदनपुर खादर (दिल्ली) के रूप में हुई है। इनमें अपराधी ओमबीर मूल रूप से गांव पीनट, तहसील बाह, जिला आगरा (उत्तरप्रदेश) का रहने वाला है। जबकि प्रशांत मूल रूप से गांव गवंधरी, थाना औरंगाबाद, जिला बुलंदशहर (उत्तरप्रदेश) का रहने वाला है।
बता दें कि तीनों अपराधी राजधानी के शाहदरा निवासी खूंखार अपराधी आजाद गौरव उर्फ पहलवान गिरोह से संबद्घ हैं। पकड़े गए तीनो अपराधियों के खिलाफ विभिन्न थानों में डकैती, लूट, स्नैचिंग व चोरी के कई मामले पहले से दर्ज हैं।
यह गिरोह रात्रि के समय चोरी की बाइक पर सवार होकर, हाइवे पर तमंचे की नोक पर डकैती, लूट व स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देने में सक्रिय था। लूट की मोबाइल फोन यह नेपाल में बेच देते थे, ताकि स्थानीय पुलिस को मोबाइल का पता न चल सके।
यह गिरोह कितना शातिर व खतरनाक है, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि इस गिरोह ने 27 नवंबर, 20 की रात थोड़े समय के अंतराल पर ही डकैती व लूट की तीन बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया। पहली घटना कालिंदी कुंज थाना क्षेत्र की है, जहां एक व्यवसायी पवन जैन को लूट लिया। वहीं, दूसरी व तीसरी घटना को अंजाम पटपड़गंज औद्योगिक थाना क्षेत्र में दिया, जहां गौरव कुमार व रामप्रताप नामक शख्स को लूट लिया था।
बहरहाल पुलिस तफ्तीश जारी है। साथ ही पुलिस टीम गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिये उनके सभी संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है।