दिल्ली: शिकायतकर्ता ही निकला लूटकांड का मास्टरमाइंड, लाजपत नगर ACP मनोज सिन्हा की टीम ने खोला राज

नई दिल्ली। दक्षिण पूर्व दिल्ली के सनलाइट कॉलोनी थाना इलाके में 13 अगस्त को घटित 10 लाख की लूटकांड पर से पर्दा उठ गया है। दरअसल शिकायतकर्ता ही निकला लूटकांड का मास्टरमाइंड, जिसने अपनी कंपनी का पैसा हज़म करने के लिये योजना के तहत बेहद ही शातिराना अंदाज में लूट की मनगढ़ंत कहानी गढ़ी थी। असलियत सामने आने पर मामले में 10 लाख रकम की बरामदगी के साथ शिकायतकर्ता विजय प्रताप दीक्षित को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसका बाइक भी पुलिस टीम ने जब्त कर लिया है।
लाजपत नगर सब डिवीजन के ACP मनोज सिन्हा के निर्देशन तथा सनलाइट कॉलोनी थाने के SHO इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम ने इस राज पर से पर्दा उठाया है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद। इस पुलिस टीम में इंस्पेक्टर पवन कुमार मीणा, इंस्पेक्टर कुँवर सैन, सब इंस्पेक्टर ब्रह्मप्रकाश, सब इंस्पेक्टर ब्रह्म दत्त, ASI योगेश कुमार, हेड कांस्टेबल अभिलाष, हेड कांस्टेबल बलराज, कांस्टेबल मनोज कुमार व कांस्टेबल मनीष शामिल थे।
मंदिर कॉलोनी, सावपुरा, गली नम्बर 3, सेक्टर 65, फरीदाबाद, हरियाणा का रहने वाला 44 वर्षीय आरोपी/शिकायतकर्ता विजय प्रताप दीक्षित, पुत्र राजकुमार दीक्षित मात्र 9 वीं कक्षा तक पढ़ा है। इसने अपने खुलासे में बताया कि कंपनी मालिक इसकी सैलरी नही बढ़ा रहे थे। तनख्वाह बहुत कम थी, जिससे यह हमेशा अर्थाभाव व मानसिक परेशानी में रहता था। इसने सैलरी बढ़ाने के लिये कंपनी प्रबंधक से बात की, तो प्रबंधक ने इसकी सैलरी बढ़ाने से मना कर दिया और इसकी बेइज्जती भी की। इसी खुंदक में इसने कंपनी का पैसा हज़म करने की नीयत से अपने साथ लूट की मनगढ़ंत कहानी रची थी। यह सेक्टर 89, ग्रेटर फरीदाबाद स्थित कंपनी ‘एन डी कंस्ट्रक्शन’ में फील्ड बॉय का काम करता था।

ACP मनोज सिन्हा

बता दे, 13 अगस्त को सनलाइट कॉलोनी थाने की पुलिस को सूचना मिली, कि इलाके में बाड़ा पुल्ला फ्लाईओवर के पास लूट हुई है। इस सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची, तो शिकायतकर्ता विजय प्रताप दीक्षित मिला, जिसने पुलिस को फोन कर घटना की सूचना दी थी। पूछताछ में शिकायतकर्ता ने बताता कि वह कंपनी का 10 लाख रुपया कलेक्ट कर कंपनी लौट रहा था, तो बाइक पर सवार दो युवकों ने आगे से बाइक खड़ी कर, उसकी बाइक रोक ली। जबकि उनके एक तीसरे साथी ने उसकी बाइक पर बैठकर एक नुकीला हथियार का भय दिखाकर रुपयों से भरा बैग उससे छीन लिया। साथ ही उसकी बाइक भी छीनकर वह तीनो फरार हो गए थे।
उपर्युक्त जानकारी के बाद शिकायतकर्ता विजय प्रताप दीक्षित के बयान पर इस बाबत सनलाइट कॉलोनी थाने में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
जांच के दौरान पुलिस टीम ने घटना की हर पहलुओं पर सूक्ष्मता पूर्वक पड़ताल की। आखिरकार शक की सुई शिकायतकर्ता पर ही ठहर गई। फिर पुलिस टीम ने शिकायतकर्ता से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की, तो वह जल्द टूट गया। उसने घटना की पूरी कहानी बता दी, जो इसने गढ़ी थी।