दिल्ली: 27 वारदातों में संलिप्त ‘विदेशी गिरोह’ का सरगना चार सहयोगियों के साथ गिरफ्तार, दक्षिण दिल्ली स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज गिरीश कुमार की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने राजधानी के दक्षिणी इलाके में ताबड़तोड़ जेबतराशी व चोरी की वारदातों से दिल्ली पुलिस की नींद उड़ा रखे ‘विदेशी गिरोह’ के मास्टरमाइंड सहित सक्रिय पांच शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमे गिरोह का एक रिसीवर भी शामिल है। आरोपियों की गिरफ्तारी से चोरी की 8 मोबाइल फोन की बरामदगी के साथ आधा दर्जन सनसनीखेज मामलों का खुलासा हुआ है।
यह कामयाबी मिली है, अबतक सौ से ज्यादा सनसनीखेज मामलों का खुलासा कर चुके दक्षिण दिल्ली स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर गिरीश कुमार के निर्देशन तथा तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर संजय सिंह के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में हेड कांस्टेबल संजय कुमार, मक़सूद, रमेश कुमार, कांस्टेबल इरशाद, अनूप, पुष्पेंद्र और विक्रम शामिल थे। पुलिस टीम ने आरोपियों को इलाके के बीआरटी रोड, निकट ‘बिड़ला विद्या निकेतन’ से गिरफ्तार किया है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

पुलिस टीम की गिरफ्त में पांचों आरोपी

पकड़े गए पांचों शातिर अपराधियों की पहचान गिरोह का मास्टरमाइंड 32 वर्षीय सोनू उर्फ विदेशी, पुत्र श्रीराम, निवासी मकान नंबर 1564, गौतमपुरी, फेस-1, बदरपुर (दिल्ली), 20 वर्षीय रवि, पुत्र छेदालाल, निवासी मकान नंबर 197, नेहरू मार्किट, बदरपुर (दिल्ली), 25 वर्षीय छोटेलाल उर्फ छोटे, पुत्र बाबूराम, निवासी मकान नंबर बी-17, गौतमपुरी, फेस-2, बदरपुर (दिल्ली), 26 वर्षीय आसिफ उर्फ कल्लू, पुत्र लखन खान, निवासी झुग्गी नंबर 60, भट कैम्प, निकट तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन, मथुरा रोड, बदरपुर (दिल्ली) और 31 वर्षीय बिपुल अरोड़ा उर्फ विक्की, पुत्र कवींद्र सिंह, निवासी मकान नंबर 197, नेहरू मार्केटपटेरा, बदरपुर (दिल्ली) के रूप में हुई है।

इंस्पेक्टर गिरीश कुमार

उपर्युक्त पांचों आरोपियों में रवि मूल रूप से गांव बोहरन कमालगंज, जिला फर्रुखाबाद (उत्तरप्रदेश) का रहने वाला है। जबकि बिपुल अरोड़ा मूल रूप से मकान नंबर 5, गली नंबर 5, सूर्य विहार पार्ट 2, फरीदाबाद (हरियाणा) का रहने वाला है।
बता दें कि गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह का मास्टरमाइंड सोनू उर्फ विदेशी राजधानी के बदरपुर थाने का घोषित अपराधी है। इसके खिलाफ दिल्ली के विभिन्न थानों में 27 मुकदमे पहले से दर्ज हैं। जबकि गिरोह के रिसीवर बिपुल अरोड़ा पर 2 मामला पहले से दर्ज है। वहीं छोटेलाल पर 2, रवि पर 1 और आसिफ पर 6 मुकदमे दिल्ली के विभिन्न थानों में पहले से दर्ज हैं।
बहरहाल पुलिस तफ्तीश जारी है।