पटना। मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म मामले की जांच कर रहे सीबीआई के पुलिस अधीक्षक का अचानक तबादला कर दिए जाने का मामला तूल पकड़ते जा रहा है। विरोधी दल के कुछ नेताओं का कहना है कि इससे निःसंदेह जांच प्रभावित होगी। वहीं कुछ नेता मामले की निष्पक्ष जांच में सरकार की नीयत पर शक कर रहे हैं। हांलाकि तबादले की वजह जो हो। लेकिन इस मामले में सरकार पर आरोप का दौर जल्द थमेगा, आसार नही दिखता।
बता दें कि बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म मामले की जांच कर रहे सीबीआई के पुलिस अधीक्षक के ट्रांसफर से जांच प्रभावित होने की आशंका जतायी है। बुधवार को किए गए ट्वीट में श्री यादव ने आरोप लगाया कि राज्यपाल के स्थानांतरण के बाद राज्य सरकार सीबीआई के पुलिस अधीक्षक का ट्रांसफर कराने में सफल रही। एसपी हाईकोर्ट में मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म मामले की जांच की प्रगति रिपोर्ट दाखिल करने ही वाले थे। श्री यादव ने कहा कि जांच की आंच पटना के उस श्रीमान तक पहुंचने वाली थी, जिनका नाम ब्रजेश ठाकुर की डायरी में भी है। श्री यादव ने अपने ट्वीट के साथ एसपी के ट्रांसफर का निर्देश भी साझा किया।
वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्र ने मीडिया से बातचीत में कहा कि तबादले होते हैं, लेकिन उसका समय सवाल पैदा करता है। उन्होंने दावा किया कि इससे जांच प्रभावित होगी। उन्होंने सवाल किया कि क्या हाईकोर्ट से अनुमति लेकर ट्रांसफर किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस ट्रांसफर मे भी बड़ी राजनीति हो रहा है।
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