शूटिंग जारी है धारावाहिक ‘जिंदगी खुबसूरत है’ की

स्टार टैलेंट मीडिया प्रॉडक्शन के आगामी धारावाहिक ‘जिंदगी खुबसूरत है’ की शूटिंग इन दिनों नोएडा-गाजियाबाद के विभिन्न लोकेशंस पर जोर-शोर से जारी है। पारिवारिक माहौल पर आधारित यह धारावाहिक अप्रैल महीने से जी-टीवी ग्रुप पर टेलीकॉस्ट होगा। इन दिनों शूटिंग लोकेशन पर धारावाहिक का निर्देशन शकील अहमद पूरी तबियत से कर रहे हैं तो रोमियो मयूर खान के नृत्य निर्देशन में कमाल की पेशेवर विशेषज्ञता नजर आती है। कलाकारों की साज-सज्जा में नीलम चड्ढा की मौलिकता अलग ही छटा बिखेरती हुई दिखाई दी।
इस प्रॉडक्शन यूनिट में एक खास बात सबसे अलग है, जो नवोदित चेहरों को प्रमोट कर रही है। दूसरे, देश के हर कोने-कोने से युवक-युवतियां विभिन्न क्षेत्रों में अपनी किस्मत आजमाने के लिए इस प्रॉडक्शन कंपनी से जुड़ रहे हैं। साथ ही प्रोड्यूशर दामिनी जोशी और उनकी टीम इन युवाओं के सपनों को सजाने के क्रम लिए अपनी पूरी ऊर्जा झोंक देना चाहती हैं।
दामिनी के इस सार्थक प्रयास का बड़ा उदाहरण दिखी महज छह साल बच्ची मीशिका, जिसके चेहरे पर गजब का आत्म-विश्वास टपक रहा था। मीशिका की मां ममता तलवार बताती हैं कि बच्चे टीवी देखने या वीडियो गेम खेलने में अपनी जीवन का कीमती समय बर्बाद न करें। इसके लिए हम मां-बाप की जिम्मेदारी बनती है कि हम उनके लिए सटीक तरीके से टाइम मैनेजमेंट करें और साथ ही उनका बेहतर भविष्य बनाने के लिए हम थोड़ा सा त्याग करने को अवश्य तैयार रहें। ममता के मुताबिक, जब वे प्रेगनेंट हुर्इं तो बेटी मीशिका पर पूरा प्यार उड़ेलने के लिए स्पाईजेट एयरलाइंस की अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़ी दीं। फिर भी नन्हीं मीशिका की बड़ी सफलता का पहला क्रेडिट वे दामिनी जोशी को ही देना चाहती हैं, क्योंकि मीशिका के भीतर छिपी हुई प्रतिभा को दामिनी पहली नजर में ही पहचान गई थीं।
दामिनी कैंप में जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील कस्बे राजौरी की रहने प्रियंका से लेकर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से आए सुनील नायक नजर आते हैं। यहीं नहीं, जहां सुनील नायक जैसे मजबूत माली हालत वाले परिवारों के युवक चकाचौंध की इस दुनिया में दस्तक दे रहे हैं तो उत्तर प्रदेश के ग्रामीण अंचल के निवासी वाराणसी से आए शुभम प्रजापति बड़े नाम वाले सिनेमाऑटोग्राफर बनने का सपना पाले हुए हैं। दूसरी ओर, बिहार के नालंदा जिले के मूल निवासी मृत्युंजय सिंह दिल्ली में रहकर अभी अपनी प्रोफाइल को बेहतर बनाना चाहते हैं। कई एड व लघु फिल्मों में काम कर चुके मृत्यंजय जल्दी ही रिलीज होने वाली बालीवुड की हिंदी फिल्म ‘कैरेक्टर’में गैगेस्टर की भूमिका निभा रहे हैं। मगर अभिनय का गुर निखारने की गरज से वे दामिनी जोशी कैंप में अड्डा जमाए हुए हैं।
पुराने जमाने के सितारों की खुद को फैन बताने वाली आरती 2014 में पद्मावती के रूप में रैंप-शो कर चुकी हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में परास्नातक आरती सिनेमा जगत के रुपहले परदे पर साधना या नरगिस जैसी यादगार अभिनेत्री बनना चाहती हैं। इसी तरह लॉ की पढाई कर रही सुरभि जैन को अपने पापा का बड़ा सहारा है, जो बॉलीवुड की नामचीन अभिनेत्री बनाने में पूरा साथ दे रहे हैं। सुरभि और आरती दोनों ही दामिनी कैंप को अपने लिए लकी बताती हैं।

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