अरविन्द केजरीवाल एक तुगलकी शासक हैं-मनोज तिवारी

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा है कि राजनीति में अपने हर फैसले से अरविन्द केजरीवाल या तो विवाद उत्पन्न करते हैं या फिर राजनीतिक बहस के स्तर को नीचे गिराते हैं और आज उनके द्वारा राज्यसभा चुनाव के पार्टी प्रत्याशियों से उत्पन्न विवाद ने उनकी विवादित छवि को प्रमाणित किया है। श्री तिवारी ने कहा है कि राज्यसभा संसद का गरिमापूर्ण वरिष्ठ सदन माना जाता है और जिस प्रकार नामांकन के लिए लेन-देन के आरोप अरविन्द केजरीवाल पर लग रहे हैं उससे न सिर्फ उनकी अपनी बल्कि राज्यसभा की छवि को ठेस पहुंचा है।  श्री तिवारी ने कहा है कि जिस तरह अरविन्द केजरीवाल ने अपनी पार्टी के नेताओं की उपेक्षा कर राज्यसभा के नामांकन में हठधर्मी की है उससे यह स्थापित होता है कि वह एक लोकतांत्रिक पार्टी अध्यक्ष नहीं एक तुगलकी शासक हैं।

गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने तीन जिन नेताओं को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है उनमें दो को कोई नहीं जानते थे। जबकि एक संजय सिंह राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं जिनपर कोई विवाद नहीं है। तीनों नाम की घोषणा के बाद आप के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने साफ तौर पर कहा कि वे शहीद के लिए तैयार हैं। इसके पहले कुमार विश्वास के नाम पर पार्टी कार्यालय में काफी हंगामा हो चुका है। जिसको लेकर पार्टी में काफी नाराजगी भी थी। कहा जाता है कि कुमार विश्वास भाजपा के भी संपर्क में हैं। कुमार विश्वास दिल्ली नगर निगम के चुनाव के हार के बाद भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आलोचना की थी जिसके बाद ही काफी खटास दोनों के बीच आ गई। हालांकि कुमार विश्वास का कहना है कि अरविंद के बाद वे ही दूसरे नंबर के नेता हैं पार्टी में। इसलिए उन्हें कोई इ्ग्नोर नहीं कर सकता है। अब जबकि तीनों नाम घोषणा हो चुके देखना है कि कुमार विश्वास अगला कौन सा कदम उठाते हैं। अभी आम आदमी पार्टी के 66 एमएलए हैं इसलिए निर्विवाद रूप से उनके तीनों उम्मीदवार राज्यसभा पहुंच जाएंगें। जहां पहली बार इस पार्टी की उपस्थिति दर्ज होगी। जहां भाजपा को आज भी किसी बिल को पास कराने में काफी मशक्कत करना पड़ रहा है। अभी दिल्ली से तीनों सीट पर कांग्रेस के नेता सदस्य थे जिनका कार्यकाल पूरा हो गया।

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