दिल्ली: अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होने पर पश्चिम विहार सब डिवीजन के ACP आशीष के निर्देशन व निहाल विहार थाने के SHO इंस्पेक्टर महावीर सिंह के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम ने समय रहते 20 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराकर 35 मरीजों को दी नई जिंदगी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने कोरोना काल मे अपनी जान की परवाह किये बिना मानवीयता का एक सराहनीय मिसाल पेश कर, एक बार पुनः साबित कर दिया है कि दिल्ली पुलिस, दिल की पुलिस है।

इंस्पेक्टर महावीर सिंह (SHO, Ps निहाल विहार)

दरअसल दिल्ली में बढ़ते कोविड के मामलों की रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार ने दिल्ली में 2 दिन का वीकेंड कर्फ्यू का ऐलान कर रखा है। इस दौरान दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों के लिये ऑक्सीजन की भारी किल्लत के मामले सामने आए, तो खुद डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार से मांग की।

इधर, रविवार को दिल्ली के नांगलोई स्थित मंसाराम अस्पताल में भी ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई, जिससे अस्पताल में मौजूद कोविड के 35 मरीजों की जान पर बन आई। अस्पताल के डायरेक्टर मैनेजमेंट स्टाफ ने संबद्ध सभी सप्लायरों से ऑक्सीजन की मांग की। लेकिन ऑक्सीजन सप्लाई न मिलने के कारण जब मरीजों की जान पर बन आई, तो मंसाराम अस्पताल के डायरेक्टर को आपातकाल में मरीजों की जान बचाने के लिए एक ही रास्ता नजर आया। वह रास्ता था दिल की पुलिस, दिल्ली पुलिस से सहयोग का। फिर मंसाराम अस्पताल के डायरेक्टर ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर, तुरंत मरीजों की जान बचाने के लिए सहयोग की मांग की।
सूचना मिलने पर बाहरी दिल्ली के एडिशनल डीसीपी सुधांशु धामा ने मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने तत्परता के साथ बिना देरी किए पश्चिम विहार सब डिवीजन के एसीपी आशीष के निर्देशन व निहाल विहार थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर महावीर सिंह के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम को अस्पताल को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने का जिम्मा सौंपा।
पुलिस टीम ने अथक प्रयास के बाद मरीजों की जान बचाने के लिए समय रहते 20 ऑक्सीजन सिलेंडर का बंदोबस्त कर मंसाराम अस्पताल पहुंचाया।
दिल्ली पुलिस की इस दरियादिली को देखकर अस्पताल के डायरेक्टर रविंदर डबास ने दिल्ली पुलिस और जिले के एडिशनल डीसीपी सुधांशु धामा समेत पुलिस टीम का धन्यवाद प्रकट किया है।