दिल्ली: कीमती सामानों से लदे भारी ट्रकों को निशाना बनाने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का खुलासा, क्राइम ब्रांच (AEKC) के DCP दीपक यादव के मार्गदर्शन में ACP सुशील कुमार व इंस्पेक्टर दलीप कुमार की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे अन्तर्राज्यीय गिरोह का खुलासा किया है, जिनके निशाने पर थे कीमती सामानों की ढुलाई में लगे भारी ट्रक। मामले में दिल्ली सहित निकटवर्ती राज्यों में पहले से दर्ज कई संगीन वारदातों में संलिप्त दो अन्तर्राज्यीय शातिर अपराधियों/रिसीवरों को गिरफ्तार किया गया है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (AEKC) के डीसीपी दीपक यादव के मार्गदर्शन, ACP सुशील कुमार के निर्देशन व इंस्पेक्टर दलीप कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम को यह कामयाबी मिली है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

आरोपियों से बरामद चोरी के सामान

पकड़े गए अपराधियों की पहचान शातिर अपराधी 32 वर्षीय तिलक लोहिया, पुत्र रतिराम लोहिया, निवासी मकान नंबर 263, छत्तरपुर गांव (दिल्ली) और 33 वर्षीय संजय गुप्ता, पुत्र राधेश्याम गुप्ता, निवासी, मकान नंबर 2217/55, जवाहर कॉलोनी, NIT, फरीदाबाद (हरियाणा) के रूप में हुई है।
धरे गए उपरोक्त दोनो आरोपियों की जहां तक आपराधिक फेहरिस्त की बात है, वह लंबी है। इनमे तिलक लोहिया पर दिल्ली, राजस्थान व उत्तरप्रदेश के विभिन्न थानों में डकैती, आर्म्स एक्ट व हत्या का प्रयास सहित पांच मामले पहले से दर्ज हैं। यह वही अपराधी है, जिसने वर्ष 2014 में राजधानी के Ps लाजपत नगर इलाके में आठ करोड़ की डकैती की घटना को अंजाम दिया था। वहीं, पकड़े गए दूसरे अपराधी संजय गुप्ता के खिलाफ राजस्थान व उत्तराखंड के विभिन्न थानों में दो मामले पहले से दर्ज हैं

ACP सुशील कुमार

धरे गए अपराधियों से उत्तराखंड के पटेल नगर थाने में दर्ज चोरी के एक बड़े मामले के खुलासे के साथ, कुछ अन्य मामलों के खुलासे की खबर भी आ रही है। इन अपराधियों से 43 नए एयर कंडीशनरों की बरामदगी हुई है। बरामद सामानों की कीमत 20 लाख से ज्यादा बताई जाती है।
गिरोह के कुछ सदस्य फरार हैं। बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।