दिल्ली: चोरी के 30 वाहनों सहित शागिर्द के साथ धरे गए मेवाती मूल के अन्तर्राज्यीय वाहन चोर से खुले 30 मामले, द्वारका डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी संतोष कुमार मीणा के मार्गदर्शन में AATS इंचार्ज कमलेश कुमार की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान में ताबड़तोड़ वाहन चोरी की घटनाओं से इन तीनो राज्यो की पुलिस की नींद उड़ा रखे मेवाती मूल के अन्तर्राज्यीय ‘कल्लू गिरोह’ के मास्टरमाइंड को उसके एक अन्य प्रमुख सहयोगी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए वाहन चोरों से दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान से चोरी हुए 30 दुपहिये वाहनों (बाइक व स्कूटी) के अलावा एक मास्टर चाबी की बरामदगी हुई है। इसके अलावा इनसे दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान के वाहन चोरी सहित करीब 30 वारदातों के खुलासे की खबर है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

पुलिस दल

यह कामयाबी मिली है, द्वारका डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी संतोष कुमार मीणा के मार्गदर्शन, डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेल के ACP विजय सिंह के निर्देशन तथा अबतक सौ से ज्यादा सनसनीखेज मामलों का खुलासा कर चुके डिस्ट्रिक्ट ‘वाहन चोर निरोधक दस्ता’ (AATS) के इंचार्ज इंस्पेक्टर कमलेश कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर विकास, जांबाज महिला सब इंस्पेक्टर सरोज, थानेदार रणधीर, हेड कांस्टेबल जगत, विजय, जितेंद्र, कांस्टेबल इंदर व संदीप शामिल थे।

पुलिस दल की गिरफ्त में आरोपी

पकड़े गए शातिर अपराधियों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड मेवाती मूल के 28 वर्षीय अरशद उर्फ कल्लू, पुत्र मोहम्मद ईशब, निवासी गांव सहसन, तहसील पहाड़ी, जिला भरतपुर (राजस्थान) और मेवाती मूल के मोहम्मद मुश्ताक, पुत्र मुस्तफा रतिक खान, निवासी, भरतपुर (राजस्थान) के रूप में हुई है।

द्वारका डिस्ट्रिक्ट AATS इंचार्ज इंस्पेक्टर कमलेश कुमार(मेहनत रंग लाई)

उपर्युक्त दोनो अपराधियों को दिल्ली के पीरागढ़ी इलाके से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब यह दोनो आरोपी किसी वाहन की चोरी की घटना को अंजाम देने की कोशिश में थे।
गिरफ्तारी के बाद पकड़े गए दोनो अपराधियों की निशानदेही पर चोरी के 5 वाहन राजधानी के पीरागढ़ी व मुंडका इलाके से बरामद हुए। जबकि 25 वाहनों की बरामदगी मेवात इलाके से हुई।
पकड़े गए उपर्युक्त अपराधियों की जहां तक आपराधिक फेहरिस्त की बात है, वह लंबी है। इनमे गिरोह सरगना अरशद उर्फ कल्लू के खिलाफ हरियाणा व राजस्थान के विभिन्न थानों में करीब एक दर्जन मुकदमे पहले से दर्ज हैं। इसके अलावा यह राजस्थान के दो मामलों में भगोड़ा भी घोषित है।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है। वहीं गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का प्रयास लगातार जारी है।