दिल्ली: ठगी/लूट के 45 लाख रुपयों की बरामदगी के साथ कारोबारियों को निशाना बनाने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का खुलासा, जॉइंट कमिश्नर ऑफ दिल्ली पुलिस आलोक कुमार के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच(IGIS) के ACP गिरीश कौशिक व रिछपाल सिंह के संयुक्त निर्देशन में गठित टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शातिर ‘अन्तर्राज्यीय ठग/लुटेरा गिरोह’ का खुलासा किया है, जिनके निशाने पर थे कारोबारी। मास्टरमाइंड सहित पकड़े गए गिरोह के तीन सदस्यों से लूट व ठगी के 45 लाख रुपये नक़द, एक हौंडा सिटी कार, विभिन्न नामों से भारी संख्या में फेंक आईडी व फेक पहचान पत्रों की बरामदगी के साथ, दिल्ली व भिवंडी के 3 करोड़ रुपये की ठगी के दो मामलों का खुलासा हुआ है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

पकड़े गए आरोपी

यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के जॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस आलोक कुमार के मार्गदर्शन, क्राइम ब्रांच (IGIS) के ACP गिरीश कौशिक व ACP रिछपाल सिंह के संयुक्त निर्देशन तथा तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर महावीर के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में थानेदार ब्रजलाल, मुस्कान, हेड कांस्टेबल प्रवीण, धर्मराज, सुरेंद्र, राजीव, कांस्टेबल सुनील, मिंटू व श्याम सुंदर शामिल थे।

आलोक कुमार (जॉइंट कमिश्नर ऑफ दिल्ली पुलिस)

पकड़े गए तीनो अन्तर्राज्यीय शातिर अपराधियों की पहचान रविन्द्र शाह उर्फ रवि, पुत्र कुंदन सिंह, निवासी शांति नगर, करावल नगर (दिल्ली), नबील अहमद, पुत्र निसार अहमद, निवासी तिलक बाजार (दिल्ली) और जोबनजीत सिंह, पुत्र करतार सिंह, निवासी अमृतसर (पंजाब) के रूप में हुई है। उपर्युक्त तीनो आरोपियों को करनाल हाईवे से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब यह पंजाब भाग रहे थे।

ACP गिरीश कौशिक

गिरोह के सदस्य शिकार को बहला-फुसलाकर अपनी जाल में फांसने के लिये देश भर के विभिन्न आर्थिक केंद्रों, जैसे- चांदनी चौक (दिल्ली), चांदपोल (जयपुर), अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई, व मुम्बई में किराये के मकान में अपना कार्यालय खोल लेते। फिर कारोबारियों से संपर्क कर, उन्हें झांसा देते कि वे उनके काले धन को प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट कर उसे सफेद धन में परिवर्तित कर देंगे। कई कारोबारी इनके झांसे में आ जाते। इसके बाद आरोपी शिकार में आये कारोबारियों की रकम हाथ मे आते ही कार्यालय व अपनी मोबाइल फोन बंद कर फरार हो जाते थे। पकड़े गए आरोपियों ने खुलासा किया है कि वे अबतक इस तरह दो दर्जन से ज्यादा की ठगी कर चुके हैं।
पुलिस टीम द्वारा पूछताछ में गिरफ्त में आये आरोपियों ने बताया, कि वे ठगी से प्राप्त रकम हुक्का बार व शॉपिंग मॉल में निवेश करते थे। पुलिस टीम इस बाबत तहकीकात कर रही है।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है। वहीं मामले में छह से ज्यादा आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस टीम का प्रयास लगातार जारी है।