दिल्ली: यूपी व दिल्ली एनसीआर में आतंक का पर्याय बना हरेंद्र खरखरी गिरफ्तार, क्राइम ब्रांच(SIU) के ACP उदयबीर सिंह बिधूड़ी की टीम ने धरा

नई दिल्ली। अंतरराज्यीय ‘जग्गू पहलवान’ गिरोह के प्रमुख शॉर्प शूटर खूंखार अपराधी राजेन्द्र उर्फ हरेंद्र खरखरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके पास से 32 बोर के एक लोडेड पिस्टल सहित तीन ज़िंदा कारतूस की बरामदगी की खबर है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच(स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट) के ACP उदयबीर सिंह बिधूड़ी के निर्देशन तथा इंस्पेक्टर विदेश सिंघल व इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार के संयुक्त नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। इस टीम में सब इंस्पेक्टर प्रकाश, सब इंस्पेक्टर सोमरत, ASI सतवीर, हेड कांस्टेबल सुधाकर आर्या, कांस्टेबल सतीश, सुधीर, अनुज व कौशल शामिल थे।
पुलिस टीम के हत्थे चढ़े इस खतरनाक अपराधी के खिलाफ हत्या, हत्या प्रयास, लूट, एक्सटॉर्शन व गैंगस्टर एक्ट के करीब 50 से ज्यादा मामले दिल्ली एनसीआर व यूपी के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इसके अलावा यह दिल्ली के न्यू अशोक नगर थाना के एक संगीन मामले में कोर्ट द्वारा भगोड़ा भी घोषित था। वहीं इसकी गिरफ्तारी से चार संगीन मामलों का खुलासा हुआ है। पुलिस टीम ने इसे दिल्ली के सुंदर नगरी इलाके से पकड़ा है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।
बता दें, मूल रूप से दिल्ली से सटे गांव खरखरी, थाना लोनी, जिला गाजियाबाद(यूपी) का रहने वाला शातिर अपराधी 33 वर्षीय राजेन्द्र उर्फ हरेंद्र खरखरी, पुत्र तेजपाल मात्र 18 वर्ष की उम्र में ‘जग्गू पहलवान गिरोह’ में शामिल हो गया था। वर्ष 2012 में एक गैंगवार में जग्गू पहलवान की हत्या हो गई। जग्गू पहलवान की हत्या के बाद इसने गिरोह का कमान संभाला। इसके बाद इसने अपने आपराधिक गुरु जग्गू पहलवान की हत्या का बदला लेने के लिये लगातार कई हत्यायें की।
इसने वर्ष, 2012 में सबसे पहले लोनी निवासी राशिद खान की हत्या की। इसके बाद 2013 में लोनी निवासी ओमी पहलवान की भी हत्या कर दी। फिर 2014 में लोनी निवासी एक काउंसलर शौकीन मालिक की हत्या कर, इसी वर्ष धनकौर(नोएडा) निवासी मनमोहन गोयल की भी हत्या कर दी। यहीं नहीं थमा इसका खूनी खेल, 2015 में इसने शकलपुरा(यूपी) निवासी यतेंद्र शकलपुरा की हत्या कर दी। इसके बाद वर्ष 2016 में इसने गौतमबुद्ध नगर निवासी मिस पूनम की भी हत्या कर दी।
अबतक यह खूंखार अपराधी आतंक का पर्याय बन चुका था। यूपी पुलिस ने इसपर 50 हज़ार का इनाम भी घोषित कर दिया था। लेकिन यह पुलिस की पकड़ से बाहर रहा।
आखिरकार यूपी पुलिस की कड़ी मशक्कत के बाद वर्ष 2019 में यूपी पुलिस से मुठभेड़ के दौरान यह गिरफ्तार हुआ। इसे दिल्ली के न्यू अशोक नगर थाने की पुलिस ने भी इलाके में घटित एक सनसनीखेज मामले में पकड़ा था, जिसमे जमानत के बाद यह अब कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित था।
जहां तक इस शातिर अपराधी की पिछले आपराधिक फेहरिश्त की बात है, यूपी के विभिन्न थानों में इसके खिलाफ हत्या, हत्या प्रयास, लूट, एक्सटॉर्शन व गैंगस्टर एक्ट के 23 मामले पहले से दर्ज हैं।