दिल्ली: राजधानी में चोरी की घटनाओं से आतंक का पर्याय बना अन्तर्राज्यीय ‘सिकलीगर गिरोह’ के मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी से कई मामले खुले, वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के DCP घनश्याम बंसल के मार्गदर्शन में Ps राजौरी गॉर्डन SHO रविंद्र वर्मा की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने मात्र 48 घंटे के अंदर राजधानी में घटित दो ब्लाइंड सनसनीखेज चोरी कांड का खुलासा करते हुए, चोरी की ज्यादातर सामानों की बरामदगी के साथ वारदात में सम्मिलित सभी शातिर अन्तर्राज्यीय चोरों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

पकड़े गए अन्तर्राज्यीय अपराधियों से चार चोरी की बाइक, चोरी हुए करीब 49 हज़ार रुपये नक़द व गहनों की बरामदगी के साथ राजधानी के विभिन्न थाना क्षेत्रों में घटित चोरी के आधा दर्जन से ज्यादा मामलों का खुलासा हुआ है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

थानेदार दिनेश यादव

यह कामयाबी मिली वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी IPS घनश्याम बंसल के मार्गदर्शन, राजौरी गॉर्डन थाने के SHO इंस्पेक्टर रविंद्र वर्मा के निर्देशन तथा राजौरी गॉर्डन थाने के अधीन पुलिस पोस्ट सुभाष नगर के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर नवीन के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर दिनेश यादव, जांबाज हेड कांस्टेबल हरि नारायण, अशोक, संजीव, अनुभवी कांस्टेबल प्रदीप और अनिल शामिल थे। पुलिस टीम को यह कामयाबी मिली है, लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

SHO रविंद्र वर्मा

पुलिस टीम के हत्थे चढ़े अन्तर्राज्यीय चोरों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड सिकलीगर शंहशाह सिंह, सुरजीत सिंह और एक नाबालिग के रूप में हुई है। पकड़े गए सभी आरोपी मध्यप्रदेश के इंदौर के रहने वाले हैं और इनका ताल्लुक ‘अन्तर्राज्यीय सीकलीगर गैंग’ से है, ऐसी खबर आ रही है।
खबर के अनुसार यह गिरोह वारदात के लिए 15-20 दिनों के लिए दिल्ली आता व पहाड़गंज के किसी होटल में अपना ठिकाना बनाता। फिर ताला मरम्मत करने के बहाने रेकी कर, वारदात को अंजाम देता था। वारदात में यह गिरोह चोरी की बाइक का इस्तेमाल करता था।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।