दिल्ली: ATM मशीनों में रुपया निकालने पहुंचे बुजुर्गों को निशाना बनाने वाले गिरोह के खुलासे से 9 मामले खुले, द्वारका डिस्ट्रिक्ट के DCP शंकर चौधरी के मार्गदर्शन में AATS इंचार्ज कमलेश कुमार की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जिनके निशाने पर थे, एटीएम से पैसा निकालने वाले बुजुर्ग। पकड़े गए अपराधियों का संबंध मेवात के कुख्यात ‘बावरिया गिरोह’ से है।

DCP शंकर चौधरी (कुशल मार्गदर्शन)

धरे गए आरोपियों से 4 डेबिट कार्ड, 2 मोबाइल फोन व वारदात में इस्तेमाल एक स्कूटी व एक बाइक की बरामदगी हुई है। इसके अलावा इनसे 9 मामलों का खुलासा हुआ है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, द्वारका डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी शंकर चौधरी के मार्गदर्शन, डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेल के ACP विजय सिंह के निर्देशन तथा डिस्ट्रिक्ट AATS के इंचार्ज इंस्पेक्टर कमलेश कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम को यह कामयाबी मिली है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

इंस्पेक्टर कमलेश कुमार

पकड़े गए अपराधियों की पहचान मेवात के ‘बावरिया गिरोह’ के सरगना जॉनी के प्रमुख सहयोगी/रिश्तेदार रतन सिंह और राहुल के रूप में हुई है। गिरफ्तार दोनो आरोपी राजधानी के नजफगढ़ इलाके के रहने वाले बताए जाते हैं।

पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

बता दें कि यह गिरोह ATM मशीनों में पैसा निकालने पहुंचे बुजुर्गों को अपना निशाना बनाते थे और मदद के बहाने बुजुर्गों का डेबिट कार्ड बदल लिया करते थे।
बहरहाल मामले में गिरोह सरगना सहित कई आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का प्रयास लगातार जारी है।